नई दिल्ली (18 सितंबर): ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शानदार 83 रनों की पारी खेलने वाले ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने धोनी
के साथ मिलकर टीम इंडिया को एक मजबूत स्कोर तक पहुंचाया। दोनों के बीच करीब 118 रनों की साझेदारी हुई। मैच जीतने के बाद पांड्या ने अपनी
इस पारी का श्रेय धोनी को दिया।
मैच के बाद पांड्या ने खुलासा किया कि जब वो धोनी के साथ क्रीज पर डटे हुए थे, तो दोनों के बीच लगातार बातचीत हो रही थी। इसकी बदौलत ही
दोनों के बीच 118 रनों
की ऐसी साझेदारी हुई, जिसने न सिर्फ टीम को मुश्किल से बाहर निकाला बल्कि स्कोरबोर्ड पर 281 रन टांगने में भी मदद की। धोनी का साथ मिलने से पांड्या की
बल्लेबाजी भी निखरी। तभी तो 23 साल के इस ऑलराउंडर ने महज 66 गेंदों पर ताबड़तोड़ 83 रनों की पारी खेली और मैच का पासा टीम इंडिया की तरफ पलट
गया।
टीम के लिए 83 रनों की अहम पारी खेलने वाले पांड्या ने मैच के बाद धोनी की जमकर तारीफ की।
उन्होंने कहा पहले 6 ओवरों
के अंदर तीन विकेट गंवाने के बाद दबाव टीम इंडिया पर था। एक के बाद एक विकेट गिर
गए थे। ऐसे में जब वो क्रीज पर आए तो धोनी ने उन्हें पारी संवारने की सीख दी। इसी
सीख का असर रहा कि पांड्या ने शुरुआत में स्ट्राइक रोटेट करके स्कोर बोर्ड पर रन
जोड़ना शुरु किए। उस वक्त हम 230 रन का टारगेट लेकर ही चल रहे थे।
पांड्या ने कहा कि आज भी धोनी से बड़ा मैच फिनिशर कोई नहीं। ऐसे में ड्रेसिंग
रुम में उनकी मौजूदगी से खेल के बारे में काफी कुछ सीखने को मिलता है। उनके लिए ये
इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि मैनेजमेंट उन्हें धोनी के बाद एक मैच फिनिशर की भूमिका में देख रहा
है।
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